महाराज जी

पूज्य श्री गोविंद शरण जी महाराज भागवत कथा के वक्ता और आध्यात्मिक नेता हैं। श्री गोविंद शरण जी महाराज मधुर संकीर्तन वादक और विनम्र मानवतावादी हैं। वह निम्बारकी जागृत है, और, श्री राधा सर्वेश्वर के भक्त, श्रीमद्भागवत कथा, श्री राम कथा, श्री भक्तमाल कथा और सभी प्रकार के पौराणिक धर्म कथाओं के आशावादी और मंत्र बांधने वाले वक्ता हैं, और अपने प्रियजनों द्वारा शरण जी महाराज के रूप में लोकप्रिय हैं।

पूज्य श्री गोविंद शरण जी महाराज के बारे में आइये सबसे पहले उनके जीवन परिचय के बारे में बात करते हैं श्री गोविंद शरण जी महाराज एक आध्यात्मिक गुरु है और साथ ही मानवतावादी भी है वह एक धार्मिक गुरु है उनका मधुर भजन प्रवचन हर आत्मा के अंदर आनंद लता है।

उनकी कीर्तन में भक्तों की बड़ी संख्या भाग लेती है क्यूंकि वह भगवन श्री कृष्णा की उपस्थिति को सामने रखते है। श्री गोविंद शरण जी महाराज जिन्हे शरण जी महाराज के लोकप्रिय नाम से जाना जाता है वह राधा सर्वेश्वर जी के भक्त है। भागवत कथा के एक महान प्रवक्ता है। और उन्होंने दुनिया भर के कई देशों में लोगों को आध्यात्मिकता के आनंद का अनुभव कराया है।

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महाराज जी का जीवन परिचय

अब हम उनके बचपन की और प्रकाश डालते हैं बचपन में ही अनमन दिव्य अन्तर्दृष्टि और महानता के लक्षण दिखाई दे गए थे बचपन में ही उन्होंने अपने घर को छोड़ दिया और ---------- में रहने लगे जहाँ उन्होंने ---------- संसथान में भाग लिया जहाँ उन्होंने भगवन कृष्णा और भगवन राम के रूप का प्रदर्शन किया। श्री धाम वृन्दावन में उन्होंने अपने आध्यात्मिक गुरु -------------- से मुलाकात की जहाँ उन्होंने अपनी शिक्षा दीक्षा प्राप्त कि।

असली नाम - ------------------

जन्म तारिक -------------

जाति - ब्राम्हण

जन्म स्थान -----------------

शिक्षा -----------------

गुरु -----------------

कार्य - कथा वाचन / कथा वाचक

धर्म - हिन्दू

कद -----------------

वज़न -----------------

महाराज जी द्वारा भागवत वाचन की शुरुआत

अब महाराज जी ने भागवत वाचन की शुरुआत कैसे की यह जानेगे।

पूज्य श्री गोविंद शरण जी महाराज को आध्यात्मिक और साथ ही वैदिक ज्ञान प्राप्त है। जब वे ---- वर्ष के थे तब उन्होंने अपने सतगुरु --------- के आशीर्वाद से श्रीमद भागवत पुराण को सिख लिया था। उन्होंने थोड़ी सी अवधि के भीतर ही प्राचीन ग्रन्थ को न केवल पढ़कर बल्कि आत्मा से अध्ययन किया उनके सतगुरु ---------- को उनके अंदर की प्रतिभा को पहचान में देर नहीं लगी इस तरह उनके साथ गुरु ने उनका नाम श्री गोविंद शरण जी महाराज रख दिया गया। जैसा की उनके सतगुरु ----------- ने उन्हें एक कुशल वक्ता के रूप में पहचाना तथा श्रीमद भागवत पुराण कथा वचन का कार्य उन्हें सौप दिया गया।

जब वे महज ----- वर्ष के थे तब उन्होंने श्रीमद भागवत पुराण का प्रचार प्रसार करना शुरू कर दिया। और जिन लोगों ने उन कथाओं में भाग लिया वह महाराज जी के भक्त हो गए। वह हर किसी से प्यार करते हैं उनका आध्यात्मिक ज्ञान से दिल भरा हुआ और हर किसी प्राणी के प्रति प्रेम भावना रखते है।

श्रीमद्भागवत कथा, श्री राम कथा, श्री भक्तमाल कथा और भजन संध्या उनकी विशेषता है उनके शब्द प्रभावशाली और प्रतिशील दुनिया भर में बड़ी मात्रा में लोगों को आकर्षित करते है। सच्ची ईमानदारी, करूणा देखभाल और आध्यात्मिक ज्ञान के गुणों के आलावा एक प्रसिद्ध वक्ता है जो मधुर आवाज़ के धनि है। पूज्य श्री गोविंद शरण जी महाराज ने कई लोगों के दिलों में एक विशेष स्थान प्राप्त किया है।

महाराज जी का विवाह हो चूका है। उनकी पत्नी का नाम ----------- है और उनका एक पुत्र भी है जिनका नाम -------------- है। वे अपने परिवार के साथ साधारण जीवन जीते है। और लोगो को अपनी जीवन शैली से प्रेरित करते है।

अगर आप महाराज जी से संपर्क करना चाहते है। तो उनके सभी सोशल मीडिया एकाउंट्स और फ़ोन नंबर आपको बता रहे है। आप चाहे तो उनसे संपर्क कर सकते है और उन्हें सहयोग कर सकते है।

Pujya Shree Govind Sharan Ji Maharaj

पूज्य श्री गोविंद शरण जी महाराज

Pujya Shri Govind Sharan Ji Maharaj

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पूज्य श्री गोविंद शरण जी महाराज के बारे में कुछ तथ्य

महाराज जी मात्र ----- वर्ष की आयु में अपना घर छोड़ कर चले गए थे।

वह देश विदेश में 300 से ज्यादा कथाएँ कर चुके है।

उन्होंने सनातन धर्म का प्रचार प्रसार किया।

महाराज जी की एक गौशाला है जिसमे वे गौ माताओं की सेवा करते है।

महाराज जी कट्टर हिन्दूवादी है और अपना योगदान समाज की भलाई के लिए समय-समय पर देते रहते है। और कथा वाचन के में युवाओ को प्रेरित करते है।

भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म को प्राथमिकता देना और उनका प्रचार प्रसार करना ही गुरूजी का उद्देश्य है।

भारतीय संस्कृति की धरोहर संभालने के लिए गुरूजी का योगदान देश हमेशा याद रखेगा।